पाठ - प्रवेश सूझबूझ से हर समस्या का हल निकलता है । अकबर के दरबार में बीरबल विशेष सलाहकार थे । अन्य दरबारी इस पद को लेना चाहते थे । बादशाह अकबर ये जानते थे । एक दिन अकबर ने घोषणा की - सबकी परीक्षा होगी । जो इस परीक्षा में सफल होगा , उसे बीरबल की जगह रख लिया जायेगा । राजा - इस रजाई से मुझे सिर से पैर तक ढक दो । अन्य दरबारी - लो , सिर तोह खुला ही रह गया । यह तुम्हारे बस की बात नहीं है । अरे , सिर ढका तो पैर खुल गए ! यह क्या ! इस तरह एक - एक करके सभी दरबारी आए । सबने अकबर को उस रजाई से सिर से पाँव तक ढकने की कोशिश की । सफलता किसी को न मिली । बीरबल भी वहीं खड़े थे । अकबर पूछा - बीरबल , क्या तुम यह कर सकते हो ? बीरबल - अवश्य कर सकता हूँ । जहाँपना , बस आप अपने घुटने मोड़ लीजिए । बादशाह - वाह बीरबल , तुमने यह कर दिखाया ! यह देखकर अन्य दरबारियों के मुँह खुले के खुले रह गए । हमने
Writing these blogs is my hobby and with this I want to help those parents who like to have study material for their Primary School students specially those Indians living out of India.
Comments
Post a Comment